पिछले कई वर्षों से मीनाक्षी अम्मा का एक ही मिशन है- लड़कियों को आत्मरक्षा के लिए प्रशिक्षित करना। पद्मश्री से सम्मानित मीनाक्षी अम्मा लड़कियों को केरल का प्राचीन मार्शल आर्ट केलारीपट्टू सिखाती हैं। हालांकि 76 वर्ष की अम्मा के शार्गिदों में पुरुष भी हैं, लेकिन वे लड़कियों के लिए विशेष क्लास चलाती हैं। इस आयु में भी वे छठी से आठवीं तक की लड़कियों को कलाग से रोज आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दे रही हैं।
अब तक वे हजारों लड़कियों काे सिखा चुकी हैं। वे कहती हैं कि ‘ जब मैं सात वर्ष की थी तब मेरे पिता मुझे केलारी सिखाने ले गए थे। तब उनका बहुत विरोध हुआ था। आज परिस्थितियां ऐसी हो गई हैं कि लड़कियाें का अकेले बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। ऐसे में हर लड़की को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण लेना ही चाहिए। इससे वे सुदृढ़ बनती हैं और उनमें आत्मविश्वास भी आता है। मैंने अपनी बेटी और बहू को भी मार्शल आर्ट सिखाया है।,