जयप्रकाश नारायण विमान पत्तन को पटना मेट्रो से जोड़ा जाएगा। राज्य सरकार विमान पत्तन और मेट्रो को जोड़ने की तकनीकी और फिजिबिलिटी स्टडी कराएगी। शुक्रवार को मुख्य सचिव दीपक कुमार के साथ विमान पत्तन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) के अध्यक्ष अरविंद सिंह ने बैठक की। एएआई ने पटना विमान पत्तन को बेली रोड मेट्रो केे एक लिंक लाइन से जोड़ने का सुझाव दिया। मुख्य सचिव ने इस पर सैद्धांतिक तौर पर सहमति जताई। बैठक में पटना विमान पत्तन के साथ बिहटा एयरपोर्ट, दरभंगा विमान पत्तन और पूर्णिया विमान पत्तन पर विस्तार से बात हुई। यह तय हुआ कि बिहटा विमान पत्तन और दरभंगा विमान पत्तन के लिए जनवरी में टेंडर होगा।
बैठक के बाद मुख्य सचिव ने बताया कि जेपी विमान पत्तन की क्षमता का तीन वर्ष में विस्तार किया जाएगा। अभी 41 लाख पैसेंजर की है। इसे 80 लाख किया जाएगा। एएआई पटना विमान पत्तन पर मुख्य रनवे के समानांतर एक आइसोलेटेड करी-वे बनाना चाहता है। ऐसा होने पर उतरने के बाद विमान तुरंत करी-वे पर स्थानान्तरण हो सकेंगे। मुख्य सचिव ने कहा कि फिलहाल विमान के उतरने के बाद उसे रनवे पर ही घुमाकर यात्री टर्मिनल बिल्डिंग के पास लाया जाता है। ऐसा होने तक विमान पत्तन पर दूसरा विमान नहीं उतर पाता। देश के विभिन्न इलाकों से पटना के लिए विमानों की बढ़ती संख्या को देखते हुए रनवे को तेजी से खाली कराना जरूरी है। कहा कि एएआई ने राज्य सरकार से 22 एकड़ भूमि मांगी है। हम सरकारी भूमि के अतिरिक्त आईसीएआर की भी कुछ भूमि विमान पत्तन पर नया करी-वे बनाने के लिए देंगे। बिहटा विमान पत्तन को भी तीन वर्ष के भीतर तैयार कर लिया जाएगा। भूमि अधिग्रहण का थोड़ा सा काम विघ्ना है। इसे जल्दी पूरा कर लिया जाएगा।
मुख्य सचिव ने कहा कि दरभंगा विमान पत्तन से भी हम जल्दी से जल्दी नियमित उड़ान सेवा आरम्न्भ करना चाहते हैं। इस दिशा में राज्य सरकार अपनी ओर से सभी आवश्यक कार्रवाई कर रही है। भूमि के अधिग्रहण का काम लगभग हो गया है। 15 जनवरी के बाद हवाईअड्&zwnjडे के लिए टेंडर हो जाएगा। पूर्णिया हवाईअड्&zwnjडे के लिए अभी किसी विमान कंपनी ने दिलचस्पी नहीं ली है। इस पर कई विमान कंपनियों के साथ बातचीत चल रही है।