पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि महाराणा प्रताप की राज्य में आदमकद प्रतिमा लगायी जायेगी। सोमवार को मिलर स्कूल मैदान में महाराणा प्रताप स्मृति समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बेशक महाराणा प्रताप का जन्म बिहार में नहीं हुआ, लेकिन वह इसी धरती के संतान थे। समारोह में आये कुछ लोगों ने जब जेल में बंद पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई की मांग की तो मुख्यमंत्री ने बिना किसी का नाम लिये कहा कि हमें भी अपने पुराने साथी की चिंता है। कोशिश की जा रही है। हर चीज पर अपना अधिकार नहीं होता है। हम उनके लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे। आप लोगों की चिंता से हम सभी अवगत हैं। महाराणा प्रताप को श्रद्धांजलि देते हुए उन्होंने कहा कि मैं भी राजनीति के आरंभिक दिनों में हल्दीघाटी मैदान गया हूं। वहां की गौरवशाली मिट्टी का तिलक लगा चुका हूं। यह मेरे लिए गौरव की बात है। मुख्यमंत्री ने मैदान में नारे लगा रहे लोगों को आइना दिखाते हुए कहा कि आप लोग इतने बड़े महापुरुष की स्मृति समाराेह में आये हैं। नारे लगा रहे हैं। लगता है कि आप लोगों के मन में उनके लिए कोई विशेष सम्मान नहीं है? आपके मुद्दे पर मैं सबसे अंत में बात करूंगा। महाराणा प्रताप स्मृति समारोह में उनके जीवन पर आधारित एक डॉक्यूमेंट्री भी दिखायी गयी। कार्यक्रम में पहुंचते ही सबसे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महाराणा प्रताप की चित्र पर श्रद्धांजलि अर्पित की। पूर्व विधान पार्षद व जदयू के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता संजय सिंह ने उन्हें सम्मान स्वरूप पगड़ी पहनायी। इस पर्यंत मुख्यमंत्री को स्मृति चिह्न भी भेंट किया गया। समारोह में जदयू के प्रदेश अध्यक्ष बशिष्ठ नारायण सिंह, सांसद ललन सिंह, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, उद्योग मंत्री जय कुमार सिंह, सूचना जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, विधि मंत्री नरेंद्र नारायण यादव, जल संसाधन मंत्री संजय झा, विधायक लेसी सिंह, पूर्व विधायक महेश्वर सिंह समेत अन्य नेता भी उपस्थित थे।