भारतीय नौसेना ने मंगलवार को पोर्ट ब्लेयर के पास दिखे एक संदिग्ध चीनी शिप का पीछा कर उसे भारतीय समुद्री सीमा के बाहर खदेड़ दिया। बताया गया है कि यह चीन का रिसर्च शिप शी यान 1 था, जो कि अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के अंदर रिसर्च के लिए आया था।
न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि चीन इस शिप का प्रयोग भारतीय द्वीप समूह में जासूसी के लिए कर चुका है। इसका उद्देश्य हिंद महासागर और दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र में भारत के नौसैनिक ऑपरेशन पर जासूसी था। इसे भारत के ‘विशेष आर्थिक क्षेत्र, (ईईजेड) में रतवाही लगा रहे एयक्राफ्ट ने देखा।कानून के अनुसार, कोई भी देशदूसरे के विशेष आर्थिक क्षेत्र में बिना अनुमति प्रवेश नहीं कर सकता।इसलिएनौसेना ने अपना युद्धपोत भेजकर शिप को चेतावनी दी और भारतीय सीमा के बाहर तक खदेड़ा। जानकारी के अनुसार, शी यान 1 चीन की तरफ बढ़ गया था।
हाल ही में भारत ने चीन के 7 युद्धपोतों को हिंद महासागर में देखा था। इन्हें भारतीय नौसेना के टोही विमानों पी-8आई ने ट्रैक किया था।अमेरिका निर्मित पी-8आई विमान पनडुब्बी रोधी खुफिया प्रणाली से लैस हैं। चीन का 27 हजार टन वजनी और विमानवाहक युद्धपोत जियान-32 सितंबर की शुरुआत में दक्षिण हिंद महासागर में श्रीलंका के पास देखा गया था।
पी-8आई ने जंगी जहाज के अतिरिक्त चीन की एक नावको भी ट्रैक किया था। यह नौका चीन के एंटी-पायरेसी टास्क फोर्स का भाग है। नौका को अदन की खाड़ी में चीन के व्यापारिक जहाजों को सोमालियाई समुद्री डाकुओं से सुरक्षा करने के लिए भेजा गया था। पी-8आई ने नौका की तस्वीर तब ली, जब वह हिंद महासागर से गुजर रही थी।