भोपाल – मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले के आदिवासी विकास खंड कराहल के बछेरी गांव में सोमवार को जन्म लेने वाले एक बच्चे का नाम उसके माता-पिता ने ‘लॉकडाउन’ रखा है। उनका कहना है कि कोरोनावायरस की महामारी के प्रसार पर प्रतिबन्ध के लिए देश में लागू तालाबंदी को यादगार बनाने के लिए उन्होंने अपने पुत्र का नाम ”लॉकडाउन” रखा है।
सोमवार को शहर के एक निजी चिकित्सालय में बछेरी गांव के रघुनाथ माली की पत्नी मंजू ने एक पुत्र को जन्म दिया। जन्म के तुरंत बाद ही मंजू और उसके पति रघुनाथ माली ने अपने नवजात पुत्र का नाम ”लॉकडाउन” रख दिया।
श्योपुर जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर दूर बछेरी गांव निवासी मंजू माली दूसरी बार मां बनी हैं। तीन वर्ष पहले उसने बेटी को जन्म दिया था। रघुनाथ माली ने बताया कि सोमवार प्रातः उनकी पत्नी को प्रसव पीड़ा होने के बाद उसे श्योपुर के एक निजी चिकित्सालय लाया गया, जहां ऑपरेशन से हुए प्रसव में मंजू ने एक स्वस्थ पुत्र को जन्म दिया।
जन्म के बाद नवजात का जन्म प्रमाणपत्र बनने और उसमें नाम लिखने की बात आई तो नवजात की माँ मंजू और मैंने अपने पुत्र का नाम लॉकडाउन रख दिया। रघुनाथ माली और मंजू ने बताया कि पूरे विश्व में फैली इस वैश्विक महामारी चायनीज़ वायरस कोरोना से बचने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 दिन के तालाबंदी का आह्वान किया है। इस संकट की घड़ी से निबटने के लिए पूरा देश एकजुट है। इसी दिन को यादगार बनाने के लिए हमने अपने पुत्र का नाम ”लॉकडाउन” रखा है।