कोरोनावायरस को फैलने से रोकने के लिए लागू किए गए तालाबंदी के बीच घरों में कैद लाखों व्यक्तियों ने सुकून की खोज में पटना चिड़ियाघर की वर्चुअल सैर की। यह चिड़ियाघर कम से कम 800 पशु-पक्षियों का बसेरा है।
कई वन्यजीव प्रेमियों ने संजय गांधी जैविक उद्यान के सामाजिक मीडिया पेजों पर लॉग इन कर उसका वर्चुअल दौरा किया और अपने अनुभव इसके यूट्यूब चैनल तथा फेसबुक पेज पर भी साझा किए।
राज्य के वन विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार सिंह ने रविवार को बताया कि विभाग ने घरों में सिमटे व्यक्तियों, खासतौर से बच्चों के मनोरंजन के लिए एक सप्ताह पहले यह पहल आरम्न्भ की थी।
उन्होंने कहा कि हमारा यूट्यूब चैनल आरम्न्भ होने के एक सप्ताह के भीतर विश्व के नौ लाख से अधिक पशु प्रेमियों ने चिड़ियाघर की वर्चुअल सैर की। चैनल ने अभी तक छह एपिसोड दिखाए हैं जिनमें बाघ, पक्षी, गेंडा, चिम्पांजी, जिराफ और हाथी दिखाए गए।
सिंह ने बताया कि सामाजिक मीडिया पर इसका वीडियो देखने वाले बच्चों को वन्यजीवों के व्यवहार, उनकी खाने की आदतें और उनके निवास के विषय में नई वस्तुएं जानने को मिलेंगी। वन विभाग के अधिकारी ने बताया कि इस चिड़ियाघर में प्रत्येक वर्ष बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं।
उन्होंने कहा कि चिड़ियाघर पहले कभी इतने अधिक समय तक बंद नहीं रहा। व्यक्तियों को तालाबंदी के तनाव से बाहर निकालने में सहायता करने के लिए हमने यह अनूठी पहल आरम्न्भ की है जिससे वे अपने घरों में बैठे हुए ही पशु और पक्षियों के नजदीक आ सकेंगे।