पटना में पदस्थापित एक अधिकारी की बेटी के साथ गैंगरेप की घटना हुई है। 20 वर्षीय पीड़ित ने महिला थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। पीड़ति भी राजधानी के एक प्रतिष्ठित काॅलेज की छात्रा है। एफआईआर में विपुल सिंह, मनीष सिंह, पालीगंज के अमन भूमि, छपरा के अश्विनी सिंह राजपूत काे आराेपी बनाया गया है।
गुरुवार देर रात पुलिस ने अमन को गिरफ्तार कर लिया। मनीष उच्च न्यायालय के अधिकारी का बेटा है और वह सीएनएलयू का छात्र है। विपुल (फोटोग्राफर) बीएन काॅलेज का छात्र है। पीड़िता की मेडिकल जांच हो चुकी है और न्यायालय में उसका 164 का वक्तव्य भी हो गया है। इधर पुलिस छपरा, पालीगंज सहित कई जगहों पर फरार आरोपियों की तलाश में छापे डालती रही। थानेदार आरती जायसवाल बोले- सभी शीघ्र पकड़े जाएंगे।
नेहरू नगर स्थित घटनास्थल पर भी पुलिस जांच के लिए गई। बुधवार को सूचना मिली कि दो आरोपी कंकड़बाग में छिपे हुए हैं। पुलिस जैसे ही पहुंची दोनों आरोपी छत से कूदकर फरार हो गए। इधर, कुछ छात्रों ने बताया कि विपुल, अमन, मनीष और अश्विनी के गैंग में दो और लड़के हैं। इनका अड्&zwnj डा बीएन कालेज का हॉस्टल ही है। सभी दिन भर वहीं पड़े रहते हैं।
पीड़ित ने पुलिस को बताया- विपुल उसे नौ दिसंबर को बीएन काॅलेज के गेट पर मिला। वहीं विपुल ने उसे वीडियो वायरल करने की धमकी दी और अपनी बाइक पर बिठाकर उसे नेहरू नगर स्थित अपने दोस्त मनीष के कमरे पर ले गया। कमरे पर जाने के बाद मैं अपनी सीनियर दोस्त को फोन कर बता ही रही थी कि विपुल ने मेरा फोन छीनकर ऑफ कर दिया। इसके बाद चारों ने बारी-बारी से मेरा रेप किया और मुझे कमरे में अकेला छोड़कर वहां से फरार हो गए। विपुल ने अक्टूबर महीने में भी मेरे साथ जबरदस्ती संबंध बनाया था और उसका वीडियो भी बना लिया था। विपुल इसी वीडियो के वायरल करने की धमकी देता रहता था।
पीड़ित के अनुसार- घटना के बाद विपुल और मनीष ने चाकू दिखाकर मुझे धमकाया कि यदि तुम यह बात किसी को बताई तो तुम्हारे भाई की हत्या कर देंगे। इसके बाद मैं डर गई और घटना की जानकारी घर में नहीं दी। लेकिन मैंने अपनी सीनियर कोे अपने साथ हुई इस दरिंदगी के बारे में बताया। आखिरकार मेरी सीनियर ने पापा को सारी घटना की जानकारी दे दी। इसके बाद पिता ने फोन कर सिटी एसपी को घटना की जानकारी दी और मामला सामने आया।