पटना : राज्य में अगले महीने से बड़े पैमाने पर जैविक खेती की शुरुआत हो रही है। 13 जिलों के 21 हजार एकड़ क्षेत्र में सब्जी की जैविक खेती होगी। खेतों को तैयार कर किसानों का ग्रुप बनाया जायेगा। कृषि विभाग पहले किसानों का कलस्टर बनेगा, जिनको खेत के आकार के आधार पर अनुदान मिल सकेगा। बीते वर्षों में कृषि विभाग को 22 हजार सात सौ 21 लोगों ने जैविक खेती को लेकर अनुदान के लिए आवेदन किया था। उन आवेदनकर्ताओं को कितना लाभ मिला, इसका आकलन विभाग में को नहीं है। विभाग जैविक सब्जी के लिए बाजार भी उपलब्ध करायेगा। इसके लिए विभाग में बिहार राज्य जैविक मिशन की स्थापना की जायेगी।
23 करोड़ व्यय, 800 किसानों का कलस्टर
कृषि विभाग पहले सब्जी के जैविक उत्पादन के लिए पहले वित्तीय वर्ष में 23 करोड़ का अनुदान देगा। जैविक खेती के लिए विभाग की ओर से किसानों को प्रति एकड़ 11500 रुपये के अनुदान मिलेगा। राज्य भर में आठ सौ किसानों के कलस्टर बनाने के लक्ष्य रखे गये हैं। एक कलस्टर में न्यूनतम 25 किसान और अधिकतम 500 किसान रह सकते हैं।
जिला खेत अनुदान राशि (लाख में)
पटना 2000 230 बक्सर 1000 115 भोजपुर 2000 230 नालंदा 2000 230 सारण 1000 115 जिला खेत अनुदान राशि (लाख में) समस्तीपुर 2000 230 बेगूसराय 2000 230 मुंगेर 2000 230 लखीसराय 1000 115 खगड़िया 1000 115 21 हजार एकड़ में की जायेगी सब्जी की जैविक खेती किसानों को तीन वर्ष तक जैविक खेती करनी होगी
12 जिलों में आरम्न्भ हो रही है जैविक खेती
किसानों को इसके लिए तीन वर्ष तक जैविक खेती करनी होगी। तीन वर्षों में सी-वन, सी-टू और सी-थ्री प्रमाणपत्र देने का नियम बनाया गया है। सी-थ्री प्रमाणपत्र पाये किसान का ही खेत पूर्ण जैविक माने जायेंगे। जानकारी के अनुसार खगड़िया में जैविक खेती के लिए किसानों का ग्रुप बन कर तैयार हुआ है। फिलहाल 12 जिलों में जैविक खेती आरम्न्भ की जा रही है, जबकि कटिहार में हजार एकड़ में जैविक खेती प्रस्तावित है।