कारगिल चौक पर बवाल : टाउन डीएसपी समेत कई पुलिसकर्मी और आम लोग घायल पटना : नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध के नाम पर सैकड़ों की संख्या में शरारती तत्वों ने रविवार की देर शाम कारगिल चौक पर उपद्रव किया। उपद्रवियों ने अशोक राजपथ से लेकर कारगिल चौक तक गाड़ियों में जमकर तोड़फोड़ की। इससे कई गाड़ियों के शीशे फूट गये। कारगिल चौक पर बने दोनों पुलिस चेक पोस्ट को फूंक दिया गया और बूथ के पास खड़ी करीब आधा दर्जन गाड़ियों में आग लगा दी गयी। उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव व फायरिंग की, जिसके बाद उपद्रवियों पर नियंत्रण के लिए उत्तर में पुलिस को भी फायरिंग करनी पड़ी। उपद्रव में टाउन डीएसपी सुरेश कुमार समेत कई पुलिसकर्मी व आम लोग घायल हो गये। उन्हें पीएमसीएच में भर्ती कराया गया है। एसएसपी गरिमा मलिक ने कारगिल चौक से पीएमसीएच तक फ्लैग मार्च किया तो मामला शांत हुआ। पुलिस और पत्रकारों को बनाया निशाना हिंसक झड़प में उपद्रवियों ने विशेषकर पुलिस व पत्रकारों का निशाना बनाया। जिन गाड़ियों पर प्रेस व पुलिस लिखी गयी थी, उनमें आग लगा दी गयी। सूचना मिलते ही पुलिस कंट्रोल रूम से पांच थानों की पुलिस को घटनास्थल पर भेजा गया। पुलिस की बढ़ती संख्या को देखते हुए उपद्रवियों ने पथराव आरम्न्भ कर दिया। इससे कई आम लोगों को भी चोटें आयीं। उत्तर में पुलिस ने वाटर कैनन से जल की बौछार और आंसू गैस के गोले छोड़े। करीब दो घंटे तक चले उपद्रव के समय पूरे गांधी मैदान क्षेत्र की सड़कों पर जाम लग गया। इससे आने-जाने वाले राहगीरों को बहुत मुश्किलों का समाना करना पड़ा। आइजी संजय कुमार सिंह ने कहा कि प्रदर्शन की अनुमति जिला प्रशासन से नहीं दी गयी थी। बावजूद कारगिल चौक पर हिंसक प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन करने वाले उपद्रवी कौन थे और कहां से आये, इसकी जानकारी ली जा रही है। वहीं, चौक पर लगे सीसीटीवी कैमरे से आरोपितों की पहचान की जा रही है। पुलिस व आम लोगों पर फायरिंग और पथराव करने वाले लोगों की पहचान कर गिरफ्तारी की जायेगी। दोनों ओर से 15 राउंड फायरिंग, अफरा-तफरी कारगिल चौक पर पेट्रोल पंप के पास जैसे ही पुलिस ने आगे बढ़ने से रोका, शरारती तत्वों ने फायरिंग आरम्न्भ कर दी। इससे अफरा-तफरी मच गयी। उत्तर में पुलिस पुलिस ने भी फायरिंग की। दोनों ओर से 15 राउंड से अधिक फायरिंग की गयी। हालांकि, किसी को गोली नहीं लगी। फुलवारीशरीफ : इमारते शरिया उच्चतम न्यायालय में दायर करेगी याचिका फुलवारीशरीफ : नागरिकता संशोधन कानून के विरुद्ध इमारत-ए-शरिया उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर करेगी। रविवार को इमारत-ए-शरिया में वकीलों व बुद्धिजीवियों की बैठक में यह निर्णय लिया गया। संस्था के कार्यवाहक नाजिम मौलाना मुहम्मद शिबली कला कासमी ने कहा कि इस कानून के विरुद्ध जो आवाज उठायेंगे, इमारत शरिया उनके साथ है। उन्होंने धर्मनिरपेक्षता में विश्वास करने वाले लोगों से अपील की कि इस कानून को समाप्त करने के लिए केंद्र सरकार पर दबाव डालें।