राजेंद्र पुल की जर्जर स्थिति को देखते हुए चार से पांच दिनों में पुल पर सभी तरह के वाहनों का परिचालन बंद हो जाएगा। वाहनों का परिचालन रोकने संबंधी रेलवे की चिट्&zwnjठी के बाद एनएचएआई ने एक रिपोर्ट तैयार की है। एनएचएआई के इंजीनियरों ने रिपोर्ट में पुल के कई अहम हिस्से को खतरनाक बताया है।
एनएचएआई का कहना है कि यदि पुल पर वाहनों का परिचालन बंद नहीं किया गया तो इसका कोई भाग कभी भी टूट सकता है। इस पर बाइक और ई-रिक्शा को छोड़ कर किसी भी प्रकार का वाहन चलाना खतरनाक है। एनएचएआई का दावा है कि परिचालन बंद करने को लेकर अंतिम निर्णय के लिए डीएम को वॉट्सएप किया गया है। लेकिन, डीएम ने बताया कि उन्हें इस तरह की जानकारी नहीं है। सूचना मिलने पर पुल पर परिचालन बंद करा दिया जाएगा।
राजेंद्र पुल पर परिचालन बंद होने के बाद उत्तर बिहार से दक्षिण बिहार आने के लिए वाहनों के पास गांधी सेतु और जेपी सेतु का विकल्प होगा। इस पर्यंत उनका सफर लगभग 30 किमी बढ़ जाएगा। हालांकि पुल से ट्रेन का सफर जारी रहेगा।