पटना में प्याज की मूल्य अब कई जगहों पर 100 रुपए प्रतिकिलाे के पार पहुंच गई है। स्वयंरा बाजार में 100 से 120 रुपए प्रति किलो की दर से बिक रहा है। यानी, प्याज अब सेब और अनार के बराबर पहुंच गया है।
जो प्याज स्वयंरा बाजार में 50-55 रुपए बिक रहा था, अब वह थोक मंडी में ही 80-85 रुपए किलो बिक रहा है। प्याज की लगातार बढ़ रही मूल्य लोगों के लिए बड़ी परेशानी बनती जा रही है। परिस्थिति यह है कि आमलोगों के किचेन से प्याज गायब होता जा रहा है। घरों में इसका प्रयोग नहीं के बराबर हो रहा है। व्यवसायी भी बहुत सोच-समझ कर प्याज की खरीदारी कर रहे हैं।
देश के प्रमुख मंडियों में प्याज की आवक कम होने से िरकॉर्ड तोड़ रही मूल्य देश की प्रमुख मंडियों में प्याज की आवक कम हो गई है। दिल्ली की आजादपुर और महाराष्ट्र के नासिक और लासलगांव की मंडियां किसानों से कम हुई आवक के कारण से बाहर के प्रदेशों में प्याज की आपूर्ति नहीं कर पा रही हैं। पटना और बिहार में प्याज राजस्थान की कलावर मंडी से प्याज मंगाया गया है। यह देश की इकलौती मंडी है जो इस समय पूरे देश में प्याज की सप्लाई कर रही है। पूर्ति नहीं हो पा रही है जिससे प्याज के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं। कलावर के प्याज व्यवसायियों के अनुसार रोजाना जहां 15-20 ट्रक की खपत होती थी, अब 2-4 ट्रक ही आ रहे हैं। प्याज के व्यवसायी ओमप्रकाश ने बताया कि थोक और स्वयंरा बिक्रेता प्याज का स्टॉक रखने से घबरा रहे हैं। क्योंकि अगले एक सप्ताह में गुजरात और महाराष्ट्र का प्याज अाने लगेगा जिसके बाद भाव कम हो सकते हैं।
प्याज की मूल्यें बढ़ने से होटल व रेस्तरां संचालकों पर बोझ बढ़ गया है। प्याज ऊंची मूल्य पर क्रय के बावजूद वे ग्राहकों की संख्या पर प्रभाव होने के भय से अपनी मूल्यें नहीं बढ़ा पा रहे हैं।