सूरत – कपड़ा और हीरे के व्यापार के लिए जाने वाले गुजरात के शहर सूरत में तालाबंदी से व्यथित सैकड़ों प्रवासी श्रमिकों ने शुक्रवार उग्र प्रदर्शन किया और सड़कों पर उतर आए। यह लोग उन्हें वापस उनके गृह राज्य भेजने की व्यवस्था करने की मांग कर रहे थे।
प्रदर्शनकारियों ने ठेलों और दूसरे वाहनों में आग लगा दी और तोड़फोड़ की।
पुलिस ने आगजनी करने वालों को भगा कर स्थिति पर नियंत्रण किया। कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया।
सूचना के अनुसार, शुक्रवार रात सूरत के लसकाना क्षेत्र में तालाबंदी से व्यथित होकर सैकड़ों प्रवासी श्रमिक सड़कों पर उतर आए थे। वह अपने घरों को लौटने के लिए समुचित व्यवस्था किए जाने और उनके लंबित वेतन के भुगतान करने की मांग कर रहे थे।
इनमें से अधिकांश श्रमिक ओडिशा, झारखण्ड, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिमी बंगाल, तमिलनाडु और राजस्थान से हैं।
तालाबंदी के कारण यहां कई प्रवासी श्रमिक बेरोजगार हो गए हैं। उनकी मांग है कि सरकार को कम से कम उन्हेंं अपने गांव लौटने की अनुमति दे।
गुरुवार रात गुजरात में कोरोना संक्रमण के 116 नए मामलों की सूचना के बाद प्रदेश में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या बढ़कर 378 हो गई है। 24 घंटे के अंतराल में में यह सबसे अधिक वृद्धि है। इस बीच दो संक्रमित लोगों की मृत्यु भी हुई हैं जिससे प्रदेश में अब तक कोरोना से हुए मृत्यु की संख्या कुल 19 हो चुकी है।