भाजपा नेता और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने राहुल गांधी को अपने वास्तविक नाम-मूल सरनेम पर चुनाव लड़ने की चुनौती दी है। उन्होंने शनिवार को ट्वीट कर कहा कि जिस परिवार ने अपने पितामह फिरोज खान के वास्तविक उपनाम को मिटाकर ‘ गांधी, सरनेम का प्रयोग किया और जनता की इमोशनल कालेमेलिंग करते हुए देश पर राज किया, उसके परिवार के किसी शख्स को किसी की कृपा से मिले नाम पर इतराना नहीं चाहिए। मोदी ने यह ट्विट राहुल गांधी के वक्तव्य ‘ मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं, जो माफी मांगूं’ पर दिया है।
सुशील ने कहा- राहुल खान गांधी को स्वयं पर यदि भरोसा है, तो वे अपने वास्तविक नाम से चुनाव लड़ कर देख लें। वैसे, यदि उनका नाम राहुल सावरकर होता तो वे जम्मू-कश्मीर में धारा 370 और नागरिकता संशोधन बिल पर इमरान खान की भाषा न बोलते। डिप्टी मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि लंदन की स्ट्रीट मौस्क में इंदिरा-नेहरू से शादी के बाद गांधीजी की प्रेरणा से जो फिरोज खान ‘ गांधी, सरनेम का प्रयोग करने लगे, उनके संसदीय योगदान को उनके ही वंशजों ने इस निर्ममता से मिटाया कि एक विदेशी बर्टल फाक्स को किताब लिखनी पड़ी- ‘ फिरोज: द फारगौटेन गांधी, । यदि राहुल ने अपने दादा को भुलाया न होता, तो वे सदन में आंख मारने और सेंट्रल हाॅल में राष्ट्रपति के अभिभाषण के समय स्मार्टफोन पर लगे रहने जैसी हरकत नहीं करते।
मोदी ने कहा कि ईमानदार नेता और प्रखर सांसद फिरोज खान गांधी ने अपने ससुर जवाहर लाल नेहरू की सरकार के समय हुए घोटाले ( मूंधरा कांड) को इतने प्रमाणिक तथ्यों के साथ उठाया कि तत्कालीन वित्त मंत्री टीटी कृष्णमाचारी को इस्तीफा देना पड़ा था। दूसरी तरफ उनके पोते राहुल गांधी हैं जो पारदर्शी राफेल विमान सौदे पर उच्चतम न्यायालय की क्लीनचिट के बावजूद देश को गुमराह करते रहे।
दिल्ली के रामलीला मैदान में शनिवार को कांग्रेस ने मोदी सरकार के विरुद्ध ‘ भारत बचाओ, जनसभा की। इसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि यह देश पीछे नहीं हटता। मुझे कहते हैं कि सही बात बोलने के लिए माफी मांगूं। मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं, राहुल गांधी है। मैं सच्चाई के लिए कभी माफी नहीं मांगूंगा। और न कोई कांग्रेस वाला माफी मांगेगा। माफी नरेंद्र मोदी को देश से मांगनी है। उनके असिस्टेंट अमित शाह को माफी मांगनी है। कांग्रेस मानती है कि ब्रिटिश दौर में विनायक दामोदर सावरकर ने अंग्रेजों से माफी मांगी थी।