कोरोनावायरस से निपटने में टाटा ट्रस्ट और टाटा ग्रुप ने 1,500 करोड़ रुपए व्यय करने का घोषणा की है। यह देश के किसी कॉर्पोरेट की ओर से कोरोना पर अब तक की सबसे बड़ी सहायता होगी।
इसमें टाटा ट्रस्ट 500 करोड़ रुपए व्यय करेगा। ट्रस्ट के चेयरमैन रतन टाटा ने शुक्रवार सायं 4.18 बजे ट्वीट कर यह सूचना दी।
इसके करीब ढाई घंटे बाद 6.48 बजे टाटा सन्स ने अतिरिक्त 1,000 करोड़ रुपए की सहायता की घोषणा की।
टाटा सन्स यानी टाटा ग्रुप टाटा की सभी फर्मों की होल्डिंग कंपनी है। टाटा ट्रस्ट के माध्यम से टाटा ग्रुप परोपकार के कार्य करता है। टाटा सन्स की 66% हिस्सेदारी टाटा ट्रस्ट के पास ही है।
रतन टाटा का कहा, “कोरोनावायरस का संकट हमारी पीढ़ी की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है। टाटा ग्रुप और समूह की कंपनियां पहले भी देश की आवश्यकता के समय आगे रही हैं। लेकिन, इस समय सबसे बड़ी आवश्यकता है। वर्तमान हालात में देश और दुनियाभर में तुरंत कदम उठाए जाने चाहिए।”
टाटा ट्रस्ट इन 5 कार्यो पर व्यय करेगी
- कोरोना का उपचार करने और संक्रमण रोकने में जुटे चिकित्सा कर्मचारियों के निजी सुरक्षा उपकरणों के लिए
- कोरोना पीड़ित रोगियों को रेस्पायरेटरी सिस्टम उपलब्ध करवाने के लिए
- टेस्टिंग किट के लिए ताकि, अधिक से अधिक लोगों की जांच हो सके
- संक्रमित रोगियों के लिए श्रेष्ठतर सुविधाएं तैयार करने में
- स्वास्थय कर्मी और आम जनता को प्रशिक्षित और जागरुक करने के लिए
देश के अन्य उद्योगपतियों ने भी कोरोना से संघर्ष के लिए अंशदान देने की घोषणाएं की हैं
अनिल अग्रवाल, चेयरमैन (वेदांता रिसोर्सेज)
बिहार मूल के अनिल अग्रवाल, चेयरमैन (वेदांता रिसोर्सेज) ने कोरोनावायरस से लड़ने के लिए 100 करोड़ रुपए की सहायता की घोषणा की है।
पंकज एम मुंजाल चेयरमैन (हीरो साइकल्स)
कोरोनावायरस से निपटने के लिए कंपनी के आपात निधि में से 100 करोड़ रुपए देने की घोषणा।
बजाज समूह
चिकित्सा सम्बंधित आधारभूत संरचना को सुदृढ़ करने, खाने और रहने के प्रबंध करने के लिए 100 करोड़ रुपए देने का घोषणा की है।
आनंद महिंद्रा, चेयरमैन (महिंद्रा ग्रुप) उनकी कंपनी वेंटिलेटर बनाएगी, ताकि देश में वेंटीलेटर कम न पड़ें। महिंद्रा ने अपनी अपनी हॉलीडे कंपनी क्लब महिंद्रा को भी रोगियों की देखभाल के लिए खोलने का प्रस्ताव दिया है। महिंद्रा अपनी 100% वेतन कोविड-19 निधि में देंगे। यह निधि छोटी इंडस्ट्री और डेली वेजेज पर कार्य करने वाले लोगों की सहायता के लिए बनाया गया है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी
देश के सबसे धनवान व्यक्ति मुकेश अंबानी ने महाराष्ट्र मुख्यमंत्री राहत कोष में 5 करोड़ रुपए दिए।
रिलायंस फाउंडेशन ने बीएमसी के साथ मिलकर मुंबई के सेवन हिल्स चिकित्सालय में कोरोना के रोगियों के उपचार के लिए 100 बेड का केंद्र बनाया है। महाराष्ट्र के लोधीवाली में पृथक्रकरण सेंटर भी बनाया है।
पारले
कंपनी अगले तीन सप्ताह में बिस्किट के 3 करोड़ पैकेट बांटेगी।
विजय शेखर शर्मा, फाउंडर-सीईओ (पेटीएम)
उनकी कंपनी वेंटिलेटर और दूसरे आवश्यक सामान बनाने वालों को 5 करोड़ रुपए की सहायता करेगी।