देहरादून – तीन तलाक के विरुद्ध आवाज उठाने वाली शायरा बानो शनिवार को भाजपा में सम्मिलित हो गई। उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने प्रदेश पार्टी कार्यालय में आयोजित एक सादे कार्यक्रम में उनको पार्टी में सम्मिलित किया।
काशीपुर निवासी शायरा बानो ने 2016 में तीन तलाक के विरुद्ध सर्वोच्च न्यायालय में सबसे पहले जनहित याचिका दायर की थी। सर्वोच्च न्यायालय ने इस पर निर्णय दिया था। तद्पश्चात केंद्र सरकार ने तीन तलाक के विरुद्ध कानून बनाया। तब से शायरा बानो विश्व में एक चर्चित चेहरा बन गईं।
तीन तलाक के विरुद्ध संघर्ष जीतने के बाद से ही शायरा बानो के भाजपा में सम्मिलित होने की चर्चाएं थी। 2018 में तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट के समय उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाने की तैयारी हो भी गई थी। लेकिन उनकी सदस्यता टल गई। सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश के बाद प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत शुक्रवार को हल्द्वानी से अचानक देहरादून पहुंचे और शनिवार को शायरा बानो को पार्टी में सम्मिलित कर दिया गया।
इस अवसर पर प्रदेश संगठन महामंत्री अजय कुमार, प्रदेश उपाध्यक्ष डॉo देवेंद्र भसीन, प्रदेश कोषाध्यक्ष पुनीत मित्तल, प्रदेश प्रवक्ता विनोद सुयाल, सह मीडिया प्रभारी सुनील सैनी, सोशल मीडिया संयोजक शेखर वर्मा भी उपस्थित थे।
काशीपुर की रहने वाली सायरा बानो एक सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता हैं और मुकदमा जीतने के बाद से उनकी विशेष ख्याति हो गई है।
वह एमए और एमबीए हैं। शायरा को पार्टी में सम्मिलित करके भाजपा अल्पसंख्यक वर्ग में अपनी पकड़ बनाने का प्रयास करेगी। शायरा का क्या चुनाव लड़ने का भी इरादा है, इस प्रश्न पर उनका कहना है कि अभी वह पार्टी में सम्मिलित हुई हैं। पार्टी उन्हें जो उत्तरदायित्व देगी, उसे निभाएंगी।
“मैं भाजपा की नीतियों से प्रभावित हूं। पार्टी की नीतियां लोक और राष्ट्रहित में है। पार्टी मुझे जो भी उत्तरदायित्व प्रदान करेगी, उसका मैं निष्ठापूर्वक निर्वहन करूंगी, ” वे बोलीं ।