लंबी प्रतीक्षा के बाद बिहार गृह विभाग, राज्य के सभी थानों को सीसीटीएनएस यानि क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क सिस्टम से लैस करने की दिशा में ठोस कदम उठाया है। पायलट परियोजना के अंतर्गत पटना व नालंदा जिले में पहले इसकी शुरुआत हुई थी। अब यहां भी तैयारी पूरी हो चुकी है। एफआईआर को ऑनलाइन करने की शुरुआत कर ली गई है। इसकी शुरुआत 28 थानों में की गई है। परियोजना के बारे में सूत्रों ने बताया कि सभी संसाधन उपलब्ध करा दिए गए हैं। कर्मियों को प्रशिक्षित भी किया जा रहा है। अगले कुछ दिनों में परियोजना की शुरुआत कर दी जाएगी। जिसके बाद जिले के थाने को राज्य मुख्यालय से जोड़ दिया जाएगा। जिससे पुलिसिंग स्मार्ट हो जाएगी। संबंधित जानकारी एक क्लिक से मिलेगी और थाना पेपरलेस हो जाएगा। अप्रैल तक कार्य हो जाएगा पूरा सीसीटीएनएस परियोजना के अंतर्गत 2008 से 2018 तक के जिला के सभी थानों का एफआईआर व पुलिस की कार्रवाई के अांकड़े ऑनलाइन करने का कार्य चल रहा है। इसे हर हाल में अप्रैल 2020 तक कार्य को पूरा कर लेने का लक्ष्य है। उसके बाद अप्रैल माह से सभी थानों में एफआईआर दर्ज होते ही ऑनलाइन कर दी जाएगी। जिले के हाजीपुर नगर, सदर, औद्योगिक, गंगाब्रिज के अतिरिक्त बिदुपुर, महुआ, देसरी, लालगंज, वैशाली, गोरौल, भगवानपुर, सराय, पातेपुर, जन्दाहा, महनार, पटेढ़ी बेलसर थानों में इसकी शुरूआत के लिए कार्य चल रहा है। घर बैठे ऑनलाइन लोग कर सकेंगे शिकायत, जांच कर पुलिस दर्ज करेगी एफआईआर, एसएमएस से आवेदक को मिलेगी जानकारी एसपी कार्यालय का फोटो। प्रशिक्षण का कार्य भी हो चुका है पूरा जिले के सभी थानों के लिए 60 से अधिक कर्मियों को सीसीटीएनएस का प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इसके अतिरिक्त कुछ कर्मियों की प्रशिक्षण चल रही है। इस परियोजना पर कार्य पहले से ही बहुत गोपनीयता से चल रहा है। अब पूर्व से ट्रेड एक कर्मी को परियोजना मॉनिटर बनकर नयी कर्मियों को प्रशिक्षण में कम्प्यूटर का बेसिक नॉलेज के बारे में बता रहें है। परियोजना का मॉनिटरिंग सेंटर पुलिस मुख्यालय से होगा। इस प्रणाली से होंगे कई फायदे पुलिस सूत्रों ने बताया कि सीसीटीएनएस परियोजना के चालू होने के साथ सिटीजन पोर्टल की भी शुरुआत हो जाएगी। इसके माध्यम से ऑनलाइन आरोप किया जा सकता है। जांचोपरांत आरोप सत्य प्रतीत होने पर एफआईआर होगी। शिकायतकर्ता को इसकी जानकारी एसएमएस के माध्यम से मिलेगी। केस में पुलिस की कार्रवाई के स्टेटस को भी पोर्टल पर देखा जा सकता है। जानें क्या है, सीसीटीएनएस प्रोजेक्ट? 01: क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क एण्ड सिस्टम एक प्लान स्कीम है, जो एक नॉन-प्लान स्कीम कॉमन इंटिग्रेटेड पुलिस एप्लीकेशन के अनुभव से विकसित हुआ है। सीसीटीएनएस भारत सरकार के राष्ट्रीय ई-गर्वनेस प्लान के अधिन एक मिशन मोड परियोजना है। 02 : ई-गवर्नेंस के सिद्धांतों को अपनाते हुए एक व्यापक और एकीकृत प्रणाली का निर्माण करना है। इसके माध्यम से पुलिस सेवाओं की दक्षता और प्रभावशीलता को बढ़ाने के लिये अपराधियों एवं अपराधों की एक राष्ट्रव्यापी आधारभूत नेटवर्क संरचना तैयार की जाएगी।