विश्व एड्स दिवस के अवसर पर स्व। कन्हाई शुक्ला सामाजिक सेवा संस्थान के शुक्ला सभागार में एचआईवी एड्स की जागरुकता के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उद्घाटन टीआई परियोजना के प्रबंध निदेशक सुधीर कुमार शुक्ला ने किया। उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि एचआईवी एड्स के संक्रमण के प्रति हम सभी को जागरूक होने की आवश्यकता है। एचआईवी एड्स से ग्रसित मरीजों के सामाजिक भेदभाव को दूर करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जानकारी ही एचआईवी एड्स का बचाव है। अतः अपने आस पड़ोस में लोगों को एचआईवी एड्स के प्रति जागरूक करें। उन्होंने कहा कि संस्थान द्वारा प्रत्येक माह सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में कैंप लगाकर लगभग 1600 लोगों के एचआईवी जांच कराई जाती है तथा लोगों के बीच नि:शुल्क कंडोम वितरण एवं एचआईवी पीड़ित व्यक्तियों को चिकित्सालय स्थित आईसीटीसी एवं एआरटी केंद्र से जोड़कर नि:शुल्क सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। सरकार द्वारा एचआईवी एड्स लोगों के लिए सारी सुविधाएं नि:शुल्क प्रदान की जा रही हैं। चिकित्सालय हाजीपुर में नि:शुल्क जांच एवं अन्य सुविधाएं उपलब्ध है। सरकारी आंकड़ों के हिसाब से वैशाली जिले में लगभग साढ़े चार हजार एचआईवी से संक्रमित मरीज है। जिसमें से 3000 से अधिक लोगों एआरटी से दवा ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि जीरो से 18 वर्ष तक के बच्चों को यदि उनके माता-पिता एचआईवी से ग्रसित है या बच्चा एचआईवी से ग्रसित है तो उसे 1000 रुपए प्रति माह प्रत्येक बच्चे को दी जाती है ताकि उनकी परवरिश उनका देखभाल और रखरखाव सही ढंग से हो सके। उन्होंने कहा कि आप सभी सरकारी योजनाओं का लाभ लें तथा इसके प्रति लोगों को जागरूक करें। इस अवसर पर कृति फाउंडेशन के सचिव सारिका कुमारी ने लोगों को एचआईवी एड्स के संबंध में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। कार्यक्रम में परियोजना से जुड़े पदाधिकारी प्रीति कुमारी, संजू कुमारी, बेबी कुमारी, विक्रांत कुमार, राकेश कुमार पांडे, राजेश कुमार, आरती किन्नर इत्यादि ने अपनी बातों को रखा। धन्यवाद ज्ञापन संजू कुमारी ने किया। कार्यक्रम का आयोजन स्व। कन्हाई शुक्ला सामाजिक सेवा संस्थान हाजीपुर के द्वारा टीआई परियोजना वैशाली एवं आरटीपी परियोजना वैशाली के सौजन्य से किया गया। विश्व एड्स दिवस पर शपथ लेते कन्हाई शुक्ला सामाजिक सेवा संस्थान के लोग।