
यस बैंक के ग्राहकों के लिए खुशखबरी है। अब न तो 50 हजार से अधिक राशि की निकासी पर प्रतिबंध है और न ही कोई अन्य सेवाओं पर पाबंदी। ग्राहक को पहले की तरह सभी सुविधाएं मिलने लगी हैं। यस बैंक ने ट्वीट कर इस बात की सूचना दी। बैंक ने ग्राहकों के सहयोग के लिए धन्यवाद कहा है। कुछ समय पहले आरबीआई ने 50 हजार से अधिक की निकासी पर प्रतिबन्ध लगा दी थी।
हालांकि सरकार निरंतर कह रही थी कि घबराने की आवश्यक्ता नहीं है, शीघ्र ही सबकुछ सामान्य हो जाएगा। आरबीआई ने यस बैंक के बोर्ड को भी तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया था और प्रशांत कुमार को नए बोर्ड का नेतृत्व सौंपा गया था।
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इसमें उन्होंने कहा था, मैं Yes Bank के जमाकर्ताओं को बताना चाहूंगा कि उनका पैसा पूरी तरह से सुरक्षित है और चिंता की कोई बात नहीं है।
केंद्र सरकार ने शुक्रवार देर सायं यस बैंक की पुनर्गठन योजना 2020 को अधिसूचित कर दी थी। इसेस पहले आरबीआई ने यस बैंक को तीन अप्रैल तक के लिए मोराटोरियम में डाल दिया था। आरबीआई ने बैंक से अधिकतम निकासी सीमा एक महीने में 50000 रुपयह तय कर दी थी।
सरकार ने दी पुनर्गठन योजना को मंजूरी
पुनर्गठन योजना के अंतर्गत एसबीआई तीन वर्ष तक बैंक में अपनी हिस्सेदारी को 26% से कम नहीं कर सकती, जबकि बैंक अन्य निवेसंदेह तथा वर्तमान शेयरधारकों के 75% निवेश के लिए तीन वर्ष का एक लॉक इन पीरियड होगा। हालांकि, 100 से कम शेयर रखने वाले शेयरधारकों पर लॉक इन पीरियड का नियम लागू नहीं होगा।
शेयर में इजाफा
यस बैंक को संकट से निकालने के सरकार और रिजर्व बैंक के प्रयासों से निवेशकों का भरोसा और सुदृढ़ हुआ है। मंगलवार को उसके शेयर करीब 63 फीसद तक उछल गए। निफ्टी में 10:51 बजे यस बैंक का शेयर 65.36% की उछाल के साथ 61.35 रुपयह पर व्यापार कर रहा था। ती दिनों यह स्टॉक 100 फीसद उछल चुका है। इसके शेयरों में उछाल के पीछे मूडीज की रेटिंग भी एक बड़ी वजह है।