मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जल जीवन हरियाली कार्यक्रम को अंतरराष्ट्रीय संगठन का समर्थन मिला है। संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) के कंट्री हेड (भारत) अतुल बगई इस कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि देश के दूसरे राज्यों को भी जल जीवन हरियाली की तरह कार्यक्रम चलना चाहिए। इससे पर्यावरण के प्रति लोगों की जागरूकता बढ़ेगी। लोग प्रेरित होंगे।
बिहार के मुख्यमंत्री ने लोगों ने जागरूक करने के लिए पूरे प्रदेश का दौरा किए जो एक सराहनीय कार्य है। उन्होंने कहा कि यूएनईपी भी राज्य सरकार के इस अभियान को सफल बनाने में सहायता करेगी। पर्यावरण का मुद्दा किसी एक राज्य या देश की सीमा से संबंधित नहीं है। इस समस्या के समाधान के लिए सब को मिलकर कार्य करना होगा। बिहार ने इस दिशा में लीड ली है।
संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी )पर्यावरण के बारे में विश्व में अग्रणी प्राधिकरण है, जो वैश्विक पर्यावरण एजेंडा तय करता है। यूएनईपी संयुक्त राष्ट्र तंत्र के भीतर सतत विकास के पर्यावरण संबंधी पहलू के सामंजस्यपूर्ण क्रियान्वयन को बढ़ावा देता है और दुनिया के पर्यावरण के लिए अधिकार के साथ हिमायत करता है। यूएनईपी के उत्तरदायित्वों में वैश्विक, क्षेत्रीय और राष्&zwj ट्रीय पर्यावरणीय परिस्थितियों और रुझानों का आकलन करना, पर्यावरण के संबंध में अंतरराष्&zwj ट्रीय और राष्&zwj ट्रीय नीतियां तैयार करना और पर्यावरण प्रबंधन के लिए संस्थाओं को सुदृढ़ करना सम्मिलित है।